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प्रकाशित हरदा जिले की खबर,,,,,
पारंपरिक फसलों को बढ़ावा न देने से किसानों की स्थिति दयनीय_
उपज का उचित मूल्य न मिलने से कर्ज के बोझ तले दब रहे किसान
हरदा/ जिले की बेसिकफसलों को बढ़ावा नहीं दिया जा रहा है जिसके कारण किसानों की स्थिति काफी दयनीय हो गई है सोयाबीन सहित अन्य फसलों को बढ़ावा दिया जा रहा है जबकि गेहूं चना मक्का दलहन की फसलों को कम है तो दिया जा रहा है जहां एक और रेट कम रहता है वहीं दूसरी और मांग भी कम रहती है जिसके कारण खेती करने वालों किसानों को जो फायदा मिलना चाहिए वह नहीं मिल पा रहा है जिसके कारण किसानों की स्थिति काफी दयनीय हो गई है खेती पर निर्भर रहने वाले किसान कर्ज के बोझ तले दब गए हैं खेती में अथक परिश्रम खून पसीना बहाने के बाद भी फायदा उस अनुपात में नहीं मिल पाता है जिसके कारण किसानों की स्थिति में अपेक्षित सुधार नहीं आ रहा है
*किसानों की आय दोगुना करने का वायदा खोखला*
किसानों की आय दोगुना करने का फायदा खोखला सिद्ध हो रहा है पुरानी फसलों को बढ़ावा और महत्व नहीं दिए जाने से जहां एक ओर लुप्त होने की कगार पर है वहीं दूसरी ओर खेती करने पर अनाज का उचित मूल्य नहीं मिल पाता है खेती से दैनिक खर्चा भी सुचारू रूप से नहीं चल पाता है सरकार की तरफ जो सुविधा संसाधन उपलब्ध हो जाने चाहिए वे भी उपलब्ध नहीं कराए जाते हैं आय दोगुना होना तो दूर कर्ज के बोझ तले किसान आर्थिक तंगी झेल रहे हैं निराश हताश उदास होकर जीवन यापन करने को विवश है
*पारंपरिक फसलों को बढ़ावा देने की जरूरत*
पारंपरिक फसलों को बढ़ावा देने की आवश्यकता महसूस की जा रही है किसानों की दयनीय स्थिति सुधारने के लिए गेहूं चना दलहन मक्का आदि फसलों का समर्थन मूल्य और बढ़ाया जाए महंगाई से खेती की लागत बढ़ गई है इस अनुपात से अनाज का रेट बढ़ाया जाए किसानों को सुविधा देने के लिए राहत योजना प्रारंभ किया जाए जिससे किसानों की स्थिति में सुधार आ सके इस तरह की पहल नहीं की गई तो निकट भविष्य में किसानों की स्थिति और खराब हो जाएगी उपज का उचित मूल्य नहीं मिलने से कर्ज के बोझ तले किसान दबते जा रहे हैं यही हाल रहा तो आने वाले समय में किसानों की स्थिति चिंताजनक हो जाएगी
समर्थन मूल्य कम होने से किसान परेशान
बहुसंख्यक किसान जिस खेती को कर रहे हैं उसका समर्थन मूल्य कम है जिसके चलते फायदा तो दूर कभी-कभी लागत भी नहीं निकल पाती है पानी खाद देने में कमी हुई तो उत्पादन प्रभावित हो जाता है अनाज पतला वजन कम हो जाता है समर्थन मूल्य में वृद्धि महंगाई को ध्यान में रखते हुए बढ़ाया जाए किसानों के हक हित और दयनीय स्थिति की परवाह किए बिना निर्णय लिए जा रहे हैं जिसका किसानों पर विपरीत प्रभाव पड़ रहा है
*बढ़ावा नहीं मिल रहा*
सरकार द्वारा नई फसलों की तुलना में पारंपरिक फसलों को बढ़ावा नहीं दिया जा रहा है बाजार में मांग और रेट अधिक होने से नकदी फसलों की और आकर्षित हो रहे हैं इससे उन किसानों को तो फायदा हो रहा है जो मध्यमवर्गीय किसान जो गेहूं चना दलहन तिलहन की खेती कर रहे हैं उन्हें फायदा नहीं मिल रहा है जबकि उनकी खेती से ही सबका जीविकोपार्जन हो रहा है गेहूं मक्का दलहन तिलहन की फसलों का दैनिक उपयोग होता है खाने के रूप में इन अनाजों का उपयोग हो रहा है फिर भी सरकार को जिस तरह से बढ़ावा देकर किसानों को समृद्ध और खुशहाल बनाना चाहिए उस तरफ से नहीं किया जा रहा है इससे किसान परेशान है इसकी कहीं कोई सुनवाई नहीं हो रही है
*आर्थिक स्थिति दयनीय*
पारंपरिक फसलों को बढ़ावा नहीं दिए जाने से किसानों की आर्थिक स्थिति दयनीय हो गई है जहां एक और प्रकृति की मार का सामना करना पड़ता है वहीं दूसरी ओर सरकार द्वारा बढ़ावा देकर उपज का वाजिब मूल्य नहीं दिलाया जाता इसके कारण किसानों की स्थिति बेहद दयनीय हो गई है कर्ज के बोझ तले दबे किसान बड़ी मेहनत के बाद भी उबर नहीं पा रहे हैं उनकी स्थिति में सुधार लाने की ठोस कार्ययोजना बनाकर उसे मूर्त रूप देने में कोताही बरती है कृषि मंत्री कमल पटेल हरदा जिले के हैं फिर भी ऐसी स्थिति है
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पिछले 20सालों से विकास की राह देख रहा सिराली नया बस स्टैंड। सिराली /नगर का नयाबस स्टैंड अपने अस्तित्व को आने के लिए 20 सालों से विकास की राह देख रहा है
दान दाता पूनम चंद्र भायरे सिरालीजिसको बनाने के लिए किसी भी जनप्रतिनिधि ने पहल नहीं की जिस कारण यात्रियों को बैठने के लिए भी जगह नहीं है मूलभूत सुविधाओं का अभाव नगर में बस स्टैंड बनने के लिए जगह की कमी को देखते हुए पूर्व सरपंच पूनमचंद भायरे ने अपनी अनमोल करोड़ों की जमीन में से आधा एकड़ जमीन नगर के विकास को होता देख बस स्टैंड के लिए 10 वर्ष पूर्व दान दे दी लेकिन जनप्रतिनिधि या प्रशासन की लापरवाही कहें लचीली कार्य योजना के कारण 10 वर्ष निकल जाने के बाद भी दान की भूमि आज भी लावारिस की तरह वीरान पड़ी है कुछ दिनों पूर्व माननीय हरदा कलेक्टर महोदय का सिराली दौरा हुआ जिसमें उन्होंने नागरिकों के बीच नगर की समस्याओं से अवगत कराने के लिए बैठक आयोजित की जिसमें भी भायरे परिवार के हुकुमचंद भायरे द्वारा बताया गया कि हमारे द्वारा सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र के लिए जमीन दान दी गई है एवं बस स्टैंड के लिए जमीन दान दी गई है जिसका अभी तक कुछ नहीं हो पाया सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र हमारे पिताजी के नाम से होना चाहिए एवं नए बस स्टैंड को भी पूर्ण रूप से बस स्टैंड बनाने का कार्य किया जाना चाहिए जिससे कि सिराली तहसील क्षेत्र से लगें 106 गांव के लोगों का आवागमन बना रहता है ऐसे में बस स्टैंड पर यात्री एवं ग्रामीणों के लिए कोई सुख सुविधा उपलब्ध नहीं हो पाती है तथा वही नए बस स्टैंड पर भव्य श्री साईं धाम मंदिर भी निर्मित है वहां पर श्री साईं भक्त दर्शन करने के लिए पूरे प्रदेश भर से आते हैं ऐसे में नए बस स्टैंड पर बस स्टैंड का निर्माण नहीं होना परेशानी का सबब है एवं नगर में सुलभ कांप्लेक्स भी होना बहुत जरूरी है भायरे परिवार के हुकुमचंद भायरे द्वारा अपनी दान में दी हुई जगह पर कलेक्टर महोदय से चर्चा की गई उसके बाद भायरे परिवार को अब ऐसा लगता है कि हमारी दान में दी हुई जगह पर अब शायद कुछ हो सकता है कलेक्टर महोदय के आने से भायरे परिवार को जागी उम्मीद
जनसुनवाई में अनुपस्थित ना रहे एवं जनसुनवाई में समय पर उपस्थित रहें।
खिड़कियां/नगर परिषद खिरकिया के जनसुनवाई सभा कक्ष में, श्रीमान अनुविभागीय अधिकारी राजस्व खिरकिया SDM महेश कुमार बमनहा ने कहा कि " सभी विभागों के विभाग प्रमुख बिना पूर्व सूचना के जनसुनवाई में अनुपस्थित ना रहे एवं जनसुनवाई में समय पर उपस्थित रहें।
यह निर्देश अनुविभागीय अधिकारी राजस्व खिरकिया एसडीएम महेश कुमार बमनहा ने जनसुनवाई के बाद हुई बैठक में उपस्थित समस्त विभाग प्रमुखों को दिए ।
उन्होंने कहा कि हर घर तिरंगा अभियान के लिए प्रत्येक कार्यालय से हर कर्मचारी एक कार्यालय के लिए एवं एक घर के लिए झंडा लेना है और लगाना है। एसडीएम महेश कुमार बमनहा ने सीएम राइज स्कूल संचालित हो गया है, बच्चे आ रहे हैं कि नहीं कोई समस्या तो नहीं है, इस विषय में भी चर्चा की।
बीएमओ डॉक्टर आरके विश्वकर्मा ने बताया कि कल बूस्टर डोज का महा अभियान है सभी लोगों को बूस्टर डोज लगवाएं जिनके छह माह पूर्ण हो गए हैं। सिराली में पोस्टमॉडम हेतु भवन निर्माण के लिए जगह चिन्हित करने हेतु डॉक्टर आरके विश्वकर्मा को आदेशित किया। एसडीएम महेश कुमार बमनहा ने बताया कि नगर परिषद खिरकिया में एक शव वाहन ,भी उपलब्ध हो गया है। जिसका प्रचार प्रसार हेतु नगर परिषद सीएमओ को आदेशित किया गया है ।जनसुनवाई में 4 आवेदन प्राप्त किए, जिनका निराकरण हेतु संबंधित विभाग प्रमुखों को समय सीमा में पूर्ण कराने हेतु आदेशित किया गया ।
जनसुनवाई में एसडीएम महेश कुमार बमनहा, तहसीलदार अर्चना शर्मा, नायब तहसीलदार भरत अहिरवार, मुख्य नगरपालिका अधिकारी राजेंद्र श्रीवास्तव, पीडब्ल्यूडी विभाग अधिकारी विनोद बर्कने, सुनील सोंधिया , अजय कुशवाहा, गंभीर सिंह जाट , एस के जैन ,दीपक चतुर्वेदी , सरिता ओनकर, सुरेश सलामें, आदि उपस्थित थे।
शिक्षा का अधिकार अधिनियम के तहत स्कूलों में प्रवेश हेतु द्वितीय चरण प्रारंभ
रिक्त सीटों के लिये आवेदक को स्कूल की चॉइस 27 से 31 जुलाई तक अपडेट करना होगी
हरदा/ शिक्षा का अधिकार अधिनियम के तहत गरीब वर्ग के बच्चों के स्कूलों में निःशुल्क प्रवेश की प्रथम चरण की प्रक्रिया पूर्ण हो चुकी है। अब शेष रिक्त सीटों की पूर्ति के लिये आवेदकों को स्कूलों की चॉइस 27 से 31 जुलाई के बीच अपडेट करना होगी। ऑनलाइन लॉटरी के माध्यम से स्कूल का आवंटन 2 अगस्त को किया जाना है। आवंटित स्कूल में प्रवेश के लिये मोबाइल एप से एडमिशन रिर्पोटिंग का कार्य 3 से 6 अगस्त के बीच किया जाएगा। दूसरे चरण में नए आवेदक शामिल नहीं होंगे। पूर्व में आवेदन कर चुके आवेदक ही चॉइस अपडेट करने के लिये पात्र होंगे। द्वितीय चरण में आवेदक को केवल स्कूल की चॉइस अपडेट का विकल्प ही दिया गया है।
कोविड वैक्सीनेशन महाअभियान आज
जिले के 117 वैक्सीनेशन सेंटर्स पर लगाया जाएगा निःशुल्क प्रिकॉशन डोज
हरदा / आजादी के अमृत महोत्सव के तहत कोविड वैक्सीन अमृत महोत्सव भी मनाया जा रहा है। इस दौरान 18 वर्ष से अधिक आयु के युवाओं को कोविड वैक्सीन का प्रिकॉशन डोज अब निःशुल्क लगाये जा रहे है। जिन युवाओं ने कोविड वैक्सीन के दो डोज लगवा लिये है तथा उन्हें 6 माह की अवधि पूर्ण हो चुकी है, ऐसे युवा प्रिकॉशन डोज के लिये पात्र होंगे। जिन हितग्राहियों को जिस वैक्सीन का द्वितीय डोज दिया गया है, प्रिकॉशन डोज के रूप में भी वही वैक्सीन दी जावेगी। अर्थात कोविशील्ड से टीकाकृत हितग्राही को कोविशील्ड ही लगाई जाएगी तथा कोवैक्सीन से टीकाकृत हितग्राही को कोवैक्सीन का डोज ही लगाया जाएगा। कोविड अमृत महोत्सव के दौरान 27 जुलाई को वैक्सीनेशन महाभियान आयोजित किया जाएगा। इसके अलावा आगामी 3 अगस्त, 17 अगस्त, 31 अगस्त, 14 सितम्बर व 28 सितम्बर को भी वैक्सीनेशन महाभियान आयोजित किया जाएगा।
जिले में कोविड टीकाकरण आजादी के अमृत महोत्सव महा अभियान के 27 जुलाई बुधवार को कोरोना का निःशुल्क टीकाकरण किया जाएगा। मुख्य चिकित्सा एवं स्वास्थ्य अधिकारी डॉ. एच.पी. सिंह ने बताया कि महा अभियान में बुधवार को 117 टीकाकरण केन्द्रों पर निःशुल्क वैक्सीनेशन किया जावेगा। हरदा शहरी क्षेत्र में कुल 11 स्थानों पर वैक्सीनेशन सेंटर बनाये गये है। इसके अलावा विकासखण्ड खिरकिया में 40, विकासखण्ड टिमरनी में 28 तथा हंडिया स्वास्थ्य विकासखण्ड में 38 वैक्सीनेशन सेंटर्स बनाये गये है।
हरदा शहर के 11 टीकाकरण केन्द्र
हरदा शहरी क्षेत्र में 11 स्थानों पर टीकाकरण किया जाएगा, जिसमें जिला चिकित्सालय हरदा, शहरी प्राथमिक स्वास्थ्य केन्द्र हरदा, बस स्टेंड हरदा, नगरपालिका हरदा, गुर्जर बोर्डिग हरदा, कृषि उपज मंडी हरदा, संस्कार विद्या पीठ स्कूल हरदा, मोबाईल टीम -1 डिग्री कॉलेज एवं शासकीय कॉलेज, मोबाईल टीम हरदा-2 स्कूल एवं आवश्यकता अनुसार अन्य स्थानों पर, गोसाई मंदिर गोलापुरा हरदा तथा कहार मांगलिक भवन खेडीपुरा हरदा फारेस्ट नाके के पास टीकाकरण केन्द्र बनाये गये है।
विकासखंड खिरकिया में- 40 वैक्सीनेशन सेंटर्स बनाये गये
विकासखण्ड खिरकिया में 40 स्थानों पर टीकाकरण किया जाएगा, इनमें ग्राम चौकड़ी, सारंगपुर, खमलाय, बमनगांव, बारंगी, मांदला, पड़वा, चारूवा, सोमगांवकला, मुहाल सर्कुलर, महालीकला, दीपगांवकला, देतलावाड़ी रैयत, सोभागपुर, कड़ोलाराघो, जूनापानी, भवंरदी, मुक्तापुर, मुहालकला, मोरगड़ी, जटपुरा, पोखरनी, प्रतापपुरा, गोमगांव, रहटाकला, पटाल्दा, सांवरी, भगवानपुरा, खुदिया, धनकार व चिकलपाट के आंगनवाड़ी केन्द्रों में टीकाकरण केन्द्र बनाये गये है। इसके अलावा खिरकिया, सिराली, धूपकरण, महेन्द्रगांव व जिनवानिया के सरकारी अस्पताल बस स्टेंड खिरकिया, महाराणा प्रताप चौक छीपावड में टीकाकरण केन्द्र बनाये गये है।
विकासखंड टिमरनी में 28 वैक्सीनेशन सेंटर्स बनाये गये
टिमरनी विकासखण्ड में 28 स्थानों पर टीकाकरण किया जाएगा, इनमें नीलामी हाल डिपो टिमरनी, सामुदायिक स्वास्थ्य केन्द्र टिमरनी, स्वास्थ्य केन्द्र नौसर, रहटगांव, पोखरनी, करताना, नयागांव, तजपुरा, चारखेड़ा, छिदगांवमेल, मनियाखेड़ी, सोडलपुर, उन्द्राकच्छ, चन्द्रखाल, कचनार, लोधीढाना, खमगांव, बोरपानी के सरकारी अस्पताल तथा प्रसव केन्द्र ऊंचाबरारी, ऑगनवाडी केन्द्र छीपानेर, ग्राम पंचायत सोडलपुर, ग्राम पंचायत आलमपुर, ग्राम पंचायत टेमागांव, ऑगनवाडी केन्द्र भादूगांव, ग्राम पंचायत नजरपुरा, ऑगनवाडी केन्द्र झाडबीडा, पालीवाल स्कूल रहटगांव, ऑगनवाडी केन्द्र कासरनी, ऑगनवाडी केन्द्र बडझिरी में टीकाकरण केन्द्र बनाये गये है।
*विकासखंड हंडिया में 38 वैक्सीनेशन सेंटर्स बनाये गये*
हंडिया स्वास्थ्य विकासखण्ड में 38 स्थानों पर टीकाकरण किया जाएगा, इनमें हा.से.स्कूल नयापुरा, हा.से.स्कूल हंडिया, सामु.स्वा.केन्द्र हंडिया, ऑगनवाडी केन्द्र बिछौलामाल, ऑगनवाडी केन्द्र रातातलाई, ऑगनवाडी केन्द्र खेडा, ग्राम पंचायत गहाल, उपस्वा.केन्द्र गहाल, हा.से.स्कूल नीमगांव, सरकारी अस्पताल सुखरास के साथ-साथ मगरधा, बैड़ी, सोनतलाई, नांदरा, पलासनेर, रन्हाईकला, कांकरिया, रिजगांव, भुन्नास, कचबैड़ी, कनारदा, भुवनखेड़ी, हीरापुरा, कमताड़ा, झाड़पा, खामापड़वा तथा अबगांवकला के सरकारी अस्पतालों में भी टीकाकरण केन्द्र बनाये गये है। इसके अलावा ऑगनवाडी केन्द्र रेहटाखुर्द, हा.से.स्कूल मसनगांव, ऑगनवाडी केन्द्र झिरी, ऑगनवाडी केन्द्र नांदरा, ऑगनवाडी केन्द्र जिजगांवखुर्द, ऑगनवाडी केन्द्र कडौला, ऑगनवाडी केन्द्र कोलीपुरा, ऑगनवाडी केन्द्र गोगिया, ऑगनवाडी केन्द्र धुरगाढा, ग्राम पंचायत अबगांवखुर्द, आंगनवाडी केन्द्र बागरूल में टीकाकरण केन्द्र बनाये गये है।
*हरदा व टिमरनी में जनपद पंचायत अध्यक्ष व उपाध्यक्ष का निर्वाचन आज खिरकिया में कल होगा जनपद अध्यक्ष व उपाध्यक्ष का निर्वाचन
हरदा / त्रिस्तरीय पंचायत निर्वाचन के तहत जनपद पंचायत अध्यक्ष व उपाध्यक्ष पद के निर्वाचन के लिये मध्यप्रदेश राज्य निर्वाचन आयोग द्वारा जो कार्यक्रम निर्धारित किया गया है, उसके अनुसार हरदा व टिमरनी जनपद पंचायतों में 27 जुलाई बुधवार को निर्वाचन प्रक्रिया सम्पन्न होगी। जनपद पंचायत खिरकिया में अध्यक्ष व उपाध्यक्ष पद के निर्वाचन के लिये 28 जुलाई गुरूवार को निर्वाचन प्रक्रिया सम्पन्न होगी। कलेक्टर एवं जिला निर्वाचन अधिकारी श्री ऋषि गर्ग ने बताया कि जनपद पंचायत के अध्यक्ष पद के लिये नाम निर्देशन पत्र प्राप्त करने का समय प्रातः 10 बजे से प्रातः 11 बजे तक निर्धारित किया गया है। नाम निर्देशन पत्रों की संवीक्षा 11ः30 बजे तक कर ली जाएगी तथा नाम वापसी की कार्यवाही 12 बजे तक की जाएगी। मत पत्र तैयार करने का कार्य दोपहर 12ः30 तक पूर्ण करना है तथा दोपहर 12ः30 से 1 बजे तक मतदान व 1ः30 बजे तक मतगणना व परिणाम की घोषणा की जाना है।
*जनपद उपाध्यक्ष निर्वाचन का कार्यक्रम*
जनपद उपाध्यक्ष निर्वाचन के लिये जारी कार्यक्रम के अनुसार हरदा एवं टिमरनी जनपद में 27 जुलाई बुधवार को तथा खिरकिया में 28 जुलाई गुरूवार को निर्वाचन प्रक्रिया सम्पन्न होगी। कलेक्टर एवं जिला निर्वाचन अधिकारी श्री गर्ग ने बताया कि जनपद पंचायत के उपाध्यक्ष पद के लिये नाम निर्देशन पत्र प्राप्त करने का समय दोपहर 1ः30 बजे से दोपहर 2ः30 बजे तक निर्धारित किया गया है। नाम निर्देशन पत्रों की संवीक्षा 3 बजे तक कर ली जाएगी तथा नाम वापसी की कार्यवाही 3ः30 बजे तक की जाएगी। मत पत्र तैयार करने का कार्य शाम 4 तक पूर्ण करना है तथा शाम 4 से 4ः30 बजे तक मतदान व 4ः30 बजे से मतगणना व परिणाम की घोषणा की जाना है
जनपद पंचायतों में अध्यक्ष व उपाध्यक्ष निर्वाचन हेतु पीठासीन अधिकारी नियुक्त
हरदा 26 जुलाई 2022/ जिले की तीनों जनपद पंचायतों में अध्यक्ष व उपाध्यक्ष पद के निर्वाचन के लिये कलेक्टर एवं जिला निर्वाचन अधिकारी श्री ऋषि गर्ग ने पीठासीन अधिकारी एवं सहायक अधिकारी की नियुक्ति की है। जारी आदेश अनुसार 27 जुलाई को जनपद अध्यक्ष व उपाध्यक्ष के लिये होने वाले निर्वाचन के लिये हरदा विकासखण्ड के लिये पीठासीन अधिकारी एसडीएम हरदा सुश्री श्रुति अग्रवाल को बनाया गया है। इनके सहायक अधिकारी के रूप में जनपद हरदा के मुख्य कार्यपालन अधिकारी श्री बलवानसिंह मवासे की नियुक्ति की गई है। इसी तरह टिमरनी विकासखण्ड के लिये पीठासीन अधिकारी एसडीएम टिमरनी श्री महेश कुमार बड़ोले को बनाया गया है। इनके सहायक अधिकारी के रूप में जनपद टिमरनी के मुख्य कार्यपालन अधिकारी श्री अशोक उइके की नियुक्ति की गई है, जबकि 28 जुलाई को विकासखण्ड खिरकिया में अध्यक्ष व उपाध्यक्ष निर्वाचन के लिये पीठासीन अधिकारी एसडीएम खिरकिया श्री महेश बमन्हा को बनाया गया है। इनके सहायक अधिकारी के रूप में तहसीलदार खिरकिया श्रीमती अर्चना शर्मा की नियुक्ति की गई है
कलेक्टर श्री गर्ग ने युवाओं से प्रिकॉशन डोज लगवाने की अपील की
हरदा / आजादी के अमृत महोत्सव के तहत कोविड वैक्सीन अमृत महोत्सव भी मनाया जा रहा है। इस दौरान 18 वर्ष से अधिक आयु के युवाओं को कोविड वैक्सीन का प्रिकॉशन डोज अब निःशुल्क लगाये जा रहे हैं। कोविड अमृत महोत्सव के दौरान 27 जुलाई को वैक्सीनेशन महाभियान आयोजित किया जाएगा। जिन युवाओं ने कोविड वैक्सीन के दो डोज लगवा लिये है तथा उन्हें 6 माह की अवधि पूर्ण हो चुकी है, ऐसे युवा प्रिकॉशन डोज के लिये पात्र होंगे। कलेक्टर श्री ऋषि गर्ग ने युवाओं से अपील की है कि जिन युवाओं ने अभी तक कोरोना का प्रिकॉशन डोज नही लगवाया है, वे कोरोना का निःशुल्क प्रिकॉशन डोज अपने नजदीकी टीकाकरण केंद्र पर जाकर अनिवार्य रूप से लगवायें। उन्होने बताया कि जिन युवाओं को जिस वैक्सीन का द्वितीय डोज दिया गया है, प्रिकॉशन डोज के रूप में भी वही वैक्सीन दी जावेगी। अर्थात कोविशील्ड से टीकाकृत हितग्राही को कोविशील्ड ही लगाई जाएगी तथा कोवैक्सीन से टीकाकृत हितग्राही को कोवैक्सीन का डोज ही लगाया जाएगा।
हर घर तिरंगा अभियान के तहत विशेष लेख
भारतीय तिरंगे की गौरव गाथा
हरदा/ आजादी के अमृत महोत्सव के तहत स्वतंत्रता के 75वें वर्ष में “हर घर तिरंगा अभियान” आयोजित किया जा रहा है। इस अभियान में शामिल होने से पहले यह जानना अत्यंत रोचक है कि हमारा राष्ट्रीय ध्वज अपने आरंभ से किन-किन परिवर्तनों से गुजरा। भारत के राष्ट्रीय ध्वज का विकास वर्तमान स्वरूप में पहुंचने से पूर्व अनेक दौरों में से गुजरा है। आइए जानें हमारे राष्ट्रीय ध्वज “तिरंगे” का गौरवशाली इतिहास।
राष्ट्रीय ध्वज का सफर
प्रथम भारतीय ध्वज - भारतीय इतिहास में, 1905 से पहले पूरे भारत की अखंडता को दर्शाने के लिए कोई राष्ट्रध्वज नहीं था। स्वतंत्रता संग्राम के दौरान 1905 में स्वामी विवेकानंद की शिष्य सिस्टर निवेदिता ने पहली बार पूरे भारत के लिए एक राष्ट्रीय ध्वज की कल्पना की थी। सिस्टर निवेदिता द्वारा बनाए गए ध्वज में कुल 108 ज्योतियां बनाई गई थी। यह ध्वज चौकोर आकार का था। ध्वज के दो रंग थे - लाल और पीला। लाल रंग स्वतंत्रता संग्राम और पीला रंग विजय का प्रतीक था। ध्वज पर बंगाली भाषा में वंदे मातरम् लिखा गया था और इसके पास वज्र और केंद्र में एक सफेद कमल का चित्र भी था। वर्तमान में इस ध्वज को आचार्य भवन संग्रहालय, कोलकाता में संरक्षित रखा गया है।
’सप्तर्षि झण्डा’- इसके बाद 7 अगस्त सन् 1906 को कलकत्ता के पारसी बागान चौक में ध्वज को फहराया गया। कलकत्ता ध्वज प्रथम भारतीय अनाधिकारिक ध्वज था। इसकी अभिकल्पना शचिन्द्र प्रसाद बोस ने की थी। झंडे में बराबर चौड़ाई की तीन क्षैतिज पट्टियां थीं। शीर्ष धारी नारंगी, केंद्र धारी पीला और निचली पट्टी हरे रंग की थी। शीर्ष पट्टी पर ब्रिटिश-शासित भारत के आठ प्रांतों का प्रतिनिधित्व करते आठ आधे खुले कमल के फूल थे और निचली पट्टी पर बाईं तरफ सूर्य और दाईं तरफ़ एक वर्धमान चाँद की तसवीर अंकित थी। ध्वज के केंद्र में ‘वन्दे मातरम्’ का नारा अंकित किया गया था। इसी तरह पहली बार विदेशी धरती पर भारतीय ध्वज मैडम भीकाजी कामा द्वारा 22 अगस्त सन् 1907 को अंतर्राष्ट्रीय सोशलिस्ट कांग्रेस केस्टटगार्ट में फहराया गया था। इस ध्वज को ‘सप्तर्षि झंडे’ के नाम से जाना जाता है। यह ध्वज काफी कुछ 1906 के झंडे जैसा ही था, लेकिन इसमें सबसे ऊपरी पट्टी का रंग केसरिया था और कमल के बजाए सात तारे सप्तऋषि के प्रतीक थे।
आंदोलन का हिस्सा बना ध्वज - भारतीय धरती पर तीसरे प्रकार का तिरंगा होम रूल लीग के दौरान फहराया गया था। “होमरूल आंदोलन” के दौरान कलकत्ता में एक कांग्रेस अधिवेशन के दौरान यह ध्वज फहराया गया था। उस समय ध्वज स्वतंत्रता संग्राम की लड़ाई का प्रतीक था। इसमें 9 पट्टियाँ थीं, जिसमें 5 लाल रंग की और 4 हरे रंग की थी। ध्वज के ऊपरी बाएं रंग में यूनियन जैक था। शीर्ष दाएं कोने में अर्धचंद्र और सितारा था। ध्वज के बाकी हिस्सों में सप्तर्षि के स्वरूप में सात सितारों को व्यवस्थित किया गया था।
स्वराज झण्डा - इसके पश्चात 1921 में आंध्र प्रदेश के पिंगले वेंकय्या ने बिजावाड़ा (अब विजयवाड़ा) में गांधीजी के निर्देशों के अनुसार सफेद, हरे और लाल रंग में पहला ‘चरखा-झंडा’ डिजाइन किया था। इस ध्वज को ‘स्वराज-झंडे’ के नाम से जाना जाता है। वर्ष 1931 ध्वज के इतिहास में एक यादगार वर्ष है। इस वर्ष तिरंगे ध्वज को हमारे राष्ट्रीय ध्वज के रूप में अपनाने के लिए एक प्रस्ताव पारित किया गया। यह ध्वज जो वर्तमान स्वरूप का पूर्वज है, केसरिया, सफेद और मध्य में गांधी जी के चलते हुए चरखे के साथ था।
तिरंगा - ब्रिटिश सरकार द्वारा भारत को स्वतंत्र करने की घोषणा के बाद, भारतीय नेताओं को स्वतंत्र भारत के लिए राष्ट्रीय ध्वज की आवश्यकता का एहसास हुआ। तदनुसार, ध्वज को अंतिम रूप देने के लिए एक तदर्थ ध्वज समिति का गठन किया गया था। श्रीमती सुरैया बद्र-उद-दीन तैयबजी द्वारा प्रस्तुत स्वतंत्र भारत के राष्ट्रीय ध्वज के डिजाइन को 17 जुलाई 1947 को ध्वज समिति द्वारा अनुमोदित और स्वीकार किया गया था। समिति की सिफारिश पर 22 जुलाई 1947 को संविधान सभा ने तिरंगे को स्वतंत्र भारत के राष्ट्रीय ध्वज के रूप में अपनाया। तिरंगे में सबसे ऊपर केसरिया रंग की पट्टी है, जो देश की ताकत और साहस को दर्शाती है, बीच में श्वेत पट्टी धर्म चक्र के साथ शांति और सत्य का संकेत है और नीचे गहरे हरे रंग की पट्टी देश के विकास और उर्वरता को दर्शाती है। तिरंगे के केंद्र में सफेद पट्टी के मध्य में गहरे नीले रंग का अशोक चक्र है जिसमें 24 आरे (तीलियां) होते हैं। चक्र में एक दिन के 24 घंटों और हमारे देश की निरंतर प्रगति को दर्शाया है। इस प्रकार कई परिवर्तन के बाद हमें अंततः स्वतंत्र भारत का तिरंगा ध्वज प्राप्त हुआ।
कलेक्टर श्री गर्ग ने जनसुनवाई में नागरिकों की समस्याएं सुनी
हरदा/ कलेक्टर श्री ऋषि गर्ग ने मंगलवार को जिला पंचायत के सभाकक्ष में आयोजित जनसुनवाई कार्यक्रम में नागरिकों की समस्याएं सुनी और उनके निराकरण के लिए संबंधित अधिकारियों को मौके पर ही निर्देश दिए। इस दौरान अपर कलेक्टर श्री जे.पी. सैयाम के साथ-साथ अन्य विभागों के जिला अधिकारी भी मौजूद थे। जनसुनवाई के दौरान रामचन्द्र राजपूत निवासी तजपूरा ने कलेक्टर श्री गर्ग को आवेदन देकर बताया कि उसने विजयश्री वेयरहाउस में अपना गेहूँ समर्थन मूल्य पर विक्रय हेतु तुलवाया था, जिसका भुगतान अभी तक नहीं मिला है। कलेक्टर श्री गर्ग ने जिला आपूर्ति अधिकारी को मामले की जाँच कर आवेदक को गेहूँ उपार्जन का भुगतान दिलाने के लिये निर्देश दिये।
इसके अलावा खिरकिया तहसील के ग्राम संगवा निवासी देवीसिंह ने कलेक्टर श्री गर्ग को आवेदन देकर बताया कि उसने जिला सहकारी बैंक की चारूवा शाखा से ऋण लिया था, जो पूरा चुका कर खाता भी बंद करवा दिया है लेकिन उसके राजस्व अभिलेख में अभी भी ऋण दर्ज है, जिसे हटाया नहीं जा रहा है। कलेक्टर श्री गर्ग ने तहसीलदार खिरकिया को निर्देश दिये कि यदि आवेदक द्वारा ऋण चुका दिया गया है तो उसके अभिलेखों को अपडेट करा दें। इसी तरह खिरकिया तहसील के ग्राम सोमगांवकला निवासी हेमन्त पाटिल ने कलेक्टर श्री गर्ग को आवेदन देकर अनुरोध किया कि उसने गेहूँ व चना समर्थन मूल्य पर बेचा था, जिसका भुगतान उसे अभी तक नहीं मिला है और वह दो माह से बैंक के चक्कर लगा रहा है। कलेक्टर श्री गर्ग ने सहायक पंजीयक सहकारिता को आवेदक का पात्रता अनुसार भुगतान कराने के निर्देश दिये।
माँ तुझे प्रणाम योजना के आवेदन 10 अगस्त तक जमा कर
हरदा/ माँ तुझे प्रणाम योजना के तहत चयनित युवाओं को राष्ट्र की सीमाओं पर भेजा जाता है तथा उन्हें अंतर्राष्ट्रीय सीमा पर सैन्य गतिविधियां दिखाई जाती है। इस योजना के तहत जिले के कुल 10 युवाओं को इस बार चयनित किया जाएगा, जिनमें 5 युवक और 5 युवती शामिल होंगे। इनमें एन.सी.सी., एन.एस.एस. के विद्यार्थी, खिलाड़ी, मेधावी छात्र तथा स्काउट कोटे से 1-1 युवक व 1-1 युवती का चयन किया जाएगा। जिला खेल और युवा कल्याण अधिकारी ने बताया कि इसके लिये इच्छुक युवा 10 अगस्त तक अपने आवेदन जमा करा सकते है। आवेदन ऑनलाइन जमा करना है तथा आवेदन के साथ पासपोर्ट आकार के दो फोटो, जन्म प्रमाण-पत्र, बोर्ड की अंकसूची तथा अन्य आवश्यक प्रमाण-पत्र व बैंक की पासबुक की छायाप्रति संलग्न करना अनिवार्य है। आवेदक की आयु 31 अगस्त को 15 से 25 वर्ष के बीच होना चाहिए। प्राप्त आवेदनों में से कुल 10 युवाओं का चयन किया जाएगा। पूर्व में इस योजना के तहत लाभान्वित हो चुके युवाओ का चयन नहीं किया जाएगा